प्लास्टिक बैड = 1000/-
लेबर =1500/-
गोबर =1500/-
केचुआ= 30×250/-=7500/-
यूनिट वेरिफिकेशन चार्ज = 2500
उदाहरण :- अगर किसान अपने खेत में **पच्चीस बैड **की यूनिट लगवाता है तो किसान को जमीन और ढाई लाख रूपए संस्था को पेमेंट करनी होती है जिसको संस्था 15 से 30 दिनों में किसान के यहाँ लगा देती है , तो पच्चीस बैड से 15000 किलोग्राम्स खाद निकलती है तीन महीने में ,अब संस्था 4/-रूपए के हिसाब से किसान से खाद खरीदकर किसान को 60000/- रूपए प्रति तिमाही पेमेंट करेगी जिसको किसान मासिक रूप में भी ले सकता है इस प्रकार किसान को पच्चीस बैड की यूनिट से 20000/-मासिक आय प्राप्त हो जाती है किसान को सिर्फ यूनिट में पानी की व्यवस्था करनी होती है बाकि सब व्यवस्था संस्था की होती है !
50 बैड की यूनिट 5 लाख में लग जाती है जिससे किसान की आय 40000/-प्रति मासिक आती है 50 बैड की यूनिट एक बीघा जमीन में लग जाती है !
100 बैड की यूनिट 10 लाख रूपए और 2.5 बीघा जमीन में लग जाती है जिससे किसान की आय 80000/-रूपए प्रति मासिक आती है !